Wednesday 27 July 2016

"आप कहां से "? raman's long run 2

  
डॉ. रमन सिंह ने एक बार मेरे कंधे पर हाथ रख कर कहा था " पीछे क्यों खड़े हो, आगे आओ"। मैं तब राजनांदगांव में पत्रकारिता कर रहा था । वे मुख्यमंत्री होने की दूसरी पारी राजनांदगांव से विधायक होकर शुरू करने जा रहे थे। मैं नहीं समझता कि मैं उन्हें याद आ जाऊंगा, एकदम ही। मैं उन दिनों अनमना चल रहा था। प्रेसवार्ता में मैंने दो सवाल उछाले। वे एक प्रश्न पर नाराज़ हुए। सवाल मैंने उनकी बजाय उनके साथ आये छत्तीसगढ़ चुनाव प्रभारी रविशंकर प्रसाद से पूछा था। मेरे सवाल के शुरू होने से पहले ही डॉ. रमन ने कहा था " इनसे राजनांदगांव के बनियापारा का सवाल मत पूछ लेना।" वे थके हुए थे। प्रेस कॉन्फ़्रेन्स को जल्दी निपटाना चाहते थे। उन्होंने हम पत्रकारों से कहा था " मैं थक गया हूं , चलिए खत्म करते हैं, आइये भोजन करें" । मैंने सबके सामने कह दिया " आप थक गए हैं इसलिए मैं रविशंकर जी से सवाल कर लेता हूं "। यह मुख्यमंत्री के सामने मेरी नादानी थी। मुझे तमीज से पेश आना चाहिए था। मेरा सवाल था कि भाजपा ने अपने मौजूदा विधायकों के टिकट क्यों काट दिए? क्या गुजरात पैटर्न पर चुनाव लड़ा जा रहा है? रमन सिंह इधर-उधर देख रहे थे। रविशंकर प्रसाद ने बहुत मुस्कुराते हुए जवाब दिया था। मुझे वो पूरा याद नहीं। लेकिन उन्होंने गुजरात पैटर्न को अस्वीकार कर दिया था। ख़ैर फिर आगे रमन सिंह राजनांदगांव के विधायक हो गए। एक दिन मुझे एक बड़े नेता का फोन आया "मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर से रायपुर जाना है " । मैंने नेता से पूछा " मैं लौटूंगा कैसे ?" नेता ने कहा "कार से, आप अकेले थोड़े ही जा रहे हो रायपुर "। मैं एकदम सच लिख रहा हूँ मैंने उस नेता को मना कर दिया, यह कहकर कि मुझे हेलीकॉप्टर में बैठने से डर लगता है। मैं जानता था कि कोई स्पेशल इंटरव्यू तो मिलेगा नहीं क्योंकि मैं अकेला तो नहीं जानेवाला । ऊपरवालों से डांट अलग पड़ेगी कि आजकल बहुत हवा में उड़ रहे हो। पेज लेट हो गया तो अलग से लताड़। पत्रकार होना और कृपापात्र होने का आकांक्षी होना मेरे लिए अलग-अलग बातें हैं । एक बार सर्किट हाउस में उन्होंने मुझसे पूछा "आप कहां से "? मैंने कहा "यहीं से सर" । स्पष्ट था कि वो मुझे नहीं जानते थे। चुनाव के दौरान का एक और वाकया है - मैंने नांदगांव में नरेंद्र मोदी की एक सभा कवर की थी। उस समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। रमन सिंह सभा में नहीं आये थे। वे कहीं और प्रचार में गए थे। मैंने देखा पब्लिक को उस सभा में ज्यादा मज़ा नहीं आया। मोदी ने कहा था " जानते हैं गुजरात में विकास क्यों हो रहा है क्योंकि कमल के ऊपर लक्ष्मी बैठती है। जनता को रमन सिंह को सुनना था। तब मेरे जैसे पत्रकार यह अनुमान नहीं लगा पाए थे कि मुख्यमंत्री के रूप में रमन मोदी का रिकार्ड तोड़ेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भी मोदी आए थे। कवर करने के लिए मैं नहीं था। मैं राजनांदगांव से जा चुका था। - नमस्कार  





 

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